संघ का खूनी इतिहास :-
( पोस्ट थोड़ा लम्बा है पर सच जानने के लिए अवश्य पढ़ें?)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक विद्वान विचारक हैं राकेश सिन्हा जी , वह “संघ के विशेषज्ञ” के नाम से लगभग हर टीवी चैनल पर बहस करते रहते हैं और संघ के काले को सफेद करते रहते हैं ।कुछ दिन से हर टीवी डिबेट में यह बता रहे हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक कोई आज का पैदा नहीं है बल्कि 1925 का जन्म लिया अनुभवी संगठन है । सोचा संघ के 90 वर्ष के जीवन का पोस्टमार्टम किया जाए ।
- 1925 कहने का तात्पर्य सिन्हा जी या अन्य संघ के विद्वानों का इसलिए है कि उसी समय इनके एक योद्धा “सावरकर” ने एक संगठन बनाया था जिसका संघ से कोई लेना देना नहीं था सिवाय इसके कि संघ को सावरकर से जहर फैलाने का सूत्र मिला । सावरकर पहले कांग्रेस में थे परन्तु आजादी की लड़ाई में अंग्रेज़ो ने पकड़ कर इनको “आजीवन कैद” की सज़ा दी और इनको “कालापानी” भेजा गया जो आज पोर्ट ब्लेयर( काला पानी) के नाम से जाना जाता है ।संघ के लोगों से अब “वीर” का खिताब पाए सावरकर कुछ वर्षों में ही अंग्रेज़ों के सामने गिड़गिड़ाने लगे और अंग्रेजों से माफी मांग कर अंग्रेजों की इस शर्त पर रिहा हुए कि स्वतंत्रता संग्राम से दूर रहेंगे और अग्रेजी हुकूमत की वफादारी अदा करते उन्होंने कहा कि ” हिन्दुओं को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने की बजाए अपनी शक्ति देश के अंदर मुसलमानों और इसाईयों से लड़ने के लिए लगानी चाहिए” ध्यान दीजिये कि तब पूरे देश का हिन्दू मुस्लिम सिख एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर आजादी के लिए मर रहा था शहीद हो रहा था और तब ना कोई यह सोच रहा था कि हिन्दू मुस्लिम अलग भी हो सकते हैं , तब यह “वीर” देश में आग लगाने की बीज बो रहे थे , जेल से सशर्त रिहा हुए यह वीर देश की आपसी एकता के विरूद्ध तमाम किताबों को लिख कर सावरकर ने अंग्रेजों को दिये 6 माफीनामे की कीमत चुकाई देश के साथ गद्दारी की और आजाद भारत में नफरत फैलाने की बीज बोते रहे ।
- 1947 में देश आजाद हुआ और देश की स्वाधीनता संग्राम आंदोलन के ध्वज को राष्ट्रीय ध्वज बनाने का फैसला स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने लिया तो इसी विचार के लोग इसके विरोध में और अंग्रेजों को वफादारी दिखाते राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को जला रहे थे और पैरों से कुचल रहे थे और मौका मिलते ही देश के विभाजन के समय हिन्दू – मुस्लिम दंगों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और मौका मिलते ही देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी क्युँकि सावरकर हेडगेवार की यह सोच थी कि इस देश में “गाँधी” के रहते उनके उद्देश्य पूरे नहीं होंगे। संघ के जन्मदाता हेडगेवार और गोवलकर ने गाँधी जी की हत्या करने के बाद (सरदार पटेल ने स्वीकार किया ) अपने विष फैलाने की योजना में लग गये , तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू राष्ट्र के निर्माण में लग गये और संघ के लोग भविष्य के भारत को ज़हर से भरने के औज़ार बनाने लगे , नेहरू पटेल को उदारवादी कहिए या उनकी मूक सहमति , संघ को पैदा होते ही उसके देश विरोधी क्रिया
- कलाप देख कर भी आंखें मूंदे रहे ।इस बीच संघ ने देश की एकता को तोड़ने के सारे वह साहित्यिक हथियार पुस्तकों के रूप में बना लिए जिससे हिन्दू भाईयों की धार्मिक भावना भड़के जिसका मुख्य आधार मुसलमानों से कटुता और मुगलों के झूठे आत्याचार थे , न्यायिक प्रक्रिया में दंड पाए लोगों को भी हिन्दू के उपर किया अत्याचार किया दिखाया गया , शासकीय आदेशों को तोड़ मरोड़कर हिन्दू भाईयों पर हुए अत्याचार की तरह दिखाया गया तथा इतिहास को तोड़ मरोड़कर मुगल शासकों को अत्याचारी बताया कि हिन्दुओं पर ऐसे ऐसे अत्याचार हुआ और औरंगज़ेब को उस अत्याचार का प्रतीक बनाया गया , एक से एक भड़काने वाली कहानियाँ गढ़ी गईं और इसी आधार पर संघी साहित्य लिखा गया पर जिस झूठ को सबसे अधिक फैलाया गया वो था कि ” औरंगज़ेब जब तक 1•5 मन जनेऊ रोज तौल नहीं लेता था भोजन नहीं करता था” अब सोचिएगा जरा कि एक ग्राम का जनेऊ 1•5 मन (60 किलो) कितने लोगों को मारकर आएगा ? 60 हजार हिन्दू प्रतिदिन , दो करोड़ 19 लाख हिन्दू प्रति वर्ष और औरंगज़ेब ने 50 वर्ष देश पर शासन किया तो उस हिसाब से 120 करोड़ हिन्दुओं को मारा बताया गया जो आज भारत की कुल आबादी है और तब की आबादी से 100 गुणा अधिक है ।पर ज़हर सोचने समझने की शक्ति समाप्त कर देती है तो भोले भाले हिन्दू भाई विश्वास करते चले गए ।इन सब हथियारों को तैयार करके संघ अपनी शाखाओं का विस्तार करता रहा और हेडगेवार और गोवलकर एक से एक ब्राह्मणवादी ज़हरीली किताबें लिखते रहे प्रचारित प्रसारित करते रहे जिनका आधार “मनुस्मृति” थी और गोवलकर की पुस्तक “बंच आफ थाट” संघ के लिए गीता बाईबल और कुरान के समकक्ष थी और आज भी है।नेहरू के काल में ही अयोध्या के एक मस्जिद में चोरी से रामलला की मुर्ति रखवा दी गई और उसे बाबर से जोड़ दिया गया जबकि बाबर कभी अयोध्या गये ही नहीं बल्कि वह मस्जिद अयोध्या की आबादी से कई किलोमीटर दूर बाबर के सेनापति मीर बाकी ने बनवाई थी , ध्यान रहे कि उसके पहले बाबरी मस्जिद कभी विवादित नहीं रही परन्तु नेहरू आंख बंद किये रहे ।नेहरू के बाद इंदिरा गांधी का समयकाल प्रारंभ हुआ और सख्त मिजाज इंदिरा गांधी के सामने यह अपने फन को छुपाकर लुक छिप कर अपने मिशन में लगे रहे और कुछ और झूठी कहानियाँ गढ़ी और अपना लक्ष्य निर्धारित किया जो “गोमांस , धारा 370 , समान आचार संहिता , श्रीराम , श्रीकृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ मंदिर , स्वदेशीकरण थे । इंदिरा गांधी ने आपातकाल में जब सभी को जेल में ठूस दिया तो संघ के प्रमुख बाला साहब देवरस , इंदिरा गांधी से माफी मांग कर छूटे और सभी कार्यक्रम छुपकर करते रहे पर इनको फन फैलाने का अवसर मिला इंदिरा गांधी की हत्या के बाद , तमाम साक्ष्य उपलब्ध हैं कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों में संघ के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था ।राजीव गांधी बेहद सरल और कोमल स्वभाव के थे और उतने ही विनम्र , जिसे भाँप कर संघियों ने अपना फन निकालना प्रारंभ किया और हिन्दू भाईयों की भावनाओं का प्रयोग करके श्रीराम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद के विवाद को हवा दे दी और आंदोलन चला दिया , पर पहले नरम अटलबिहारी वाजपेयी को मुखौटे के रूप में आगे किया जिसकी स्विकरोक्ती गोविंदाचार्य ने भी अटलबिहारी वाजपेयी को मुखौटा कह कर की , संघ का दोगलापन उजागर करने की कीमत उनको संघ से बाहर करके की गई और वह आजतक बाहर ही हैं । दूसरी तरफ लालकृष्ण आडवाणी तमाम तैयार हथियारों के सहारे हिन्दू भाईयों को उत्तेजित करते रहे जैसे आज योगी साध्वी और तोगड़िया करते हैं ।राजीव गांधी के पास संसद में इतनी शक्ति थी कि संघ को कुचल देते तो यह देश के लिए सदैव समाप्त हो जाते परन्तु सीधे साधे राजीव गांधी कुटिल दोस्तों की बातों को मानकर गलत ढुलमुल फैसलों से संघ को खाद पानी देते रहे , कारसेवा और शिलान्यास के नाम पर राजीव गांधी का इस तरह प्रयोग किया गया कि संघ को फायदा हो और संघ की रखैल भाजपा ने उसका खूब फायदा उठाया और दो सीट से 88 सीट जीत गई ।फिर वीपी सिंह की सरकार बनी भाजपा और वाम मोर्चा के समर्थन से तथा संघी जगमोहन को भेजकर काश्मीर में आग लगा दिया गया ।
- अब सब हथियार और ज़मीन तैयार हो चुकी थी और प्रधानमंत्री नरसिंह राव का समय काल प्रारंभ हुआ जो खुद संघ के प्रति उदार थे , उड़ीसा में पादरी ग्राहम स्टेन्स और उनके दो बच्चों को जलाकर मारने के बाद अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बाद संघ ने इसाईयों के प्रति नफरत फैलाने की नीति छोड़कर सारी शक्तियों को देश के मुसलमानों से नफरत फैलाने में लगा दिया , संघ ने प्रधानमंत्री राव की चुप्पी का फायदा उठाया अपने बनाए झूठे हथियारों से हिन्दू भाईयों के एक वर्ग की भावनाएँ भड़काई और अपने साथ जोड़ लिया । साजिश की संसद और उच्चतम न्यायालय को धोखा दिया और अपने लम्पटों के माध्यम से बाबरी मस्जिद 6 दिसंबर को गिरा दी ।
- इसके बाद अटलबिहारी वाजपेयी की सरकार बनी तो सारे जन्म स्थान के मंदिर 370 स्वदेशीकरण सब दफन कर दिया गया और हर छोटे बड़े दंगों में शामिल रहा संघ ने साजिश करके गुजरात में इतिहास का सबसे बड़ा नरसंहार कराया और अपने चरित्र के अनुसार एक नायक बनाया। फिर अपने असली रूप चरित्र और सिद्धांतों के अनुसार उसी असली नायक नरेंद्र मोदी को आगे किया और झूठ और फेकमफाक के आधार पर और आज सत्ता पर कब्जा किया।
- संघ की यह सब राजनीति उत्तर भारत के प्रदेशों के लिए थी क्युँकि मुगलों का शासन अधिकतर उत्तर भारत में ही था। दक्षिण के राज्य इस जहर से अछूते थे इसलिए अब वहाँ भी एक मुसलमान शासक को ढूढ लिया गया और देश की आजादी से आजतक 67 वर्षों तक निर्विवाद रूप से सभी भारतीयों के हृदय में सम्मान पा रहे महान देशभक्त टीपू सुल्तान आज उसी प्रकिया से गुजर रहे हैं जिससे पिछले सभी मुगल बादशाह गुजर चुके हैं , मतलब हिन्दुओं के नरसंहारक बनाने की प्रक्रिया।और आज उनकी जयंती पर हुए विरोध में एक यूवक की हत्या भी कर दी गई।
- सबसे दिलचस्प बात यह है कि जो जुल्मों और लूट का जो इतिहास प्रमाणित रूप से दुनिया के सामने हैं यह उसकी निंदा भी नहीं करते , इस देश को सबसे अधिक लूटने वाले अंग्रेजों की ये कभी आलोचना नहीं करते जो देश की शान “कोहिनूर” तक लूट ले गये , जनरल डायर की आलोचना और जलियांवाला बाग के शहीदों के लिए इनके आँसू कभी नहीं गिरते , आज संघ के पास शस्त्र सहित कार्यकर्ताओं की फौज है जो शहरों में दहशत फैलाने के लिए सेना की तरह फ्लैगमार्च करते हैं , संविधान की किस धारा के अनुसार उन्हे यह अधिकार है यह पता नहीं । भारतीय इतिहास में जुल्म जो हुआ वह अंग्रेज़ों ने किया और उससे भी अधिक सदियों से सवर्णों ने किया दलितों और पिछड़ों पर , जब चाहा जिसे चाहा सरेआम नंगा कर दिया जो इन्हे दिखाई नहीं देता क्योंकि इनको जुल्मों से मतलब नहीं आपस में लड़ाकर देश मे जहर फैलाकर सत्ता पाने से है और उसके लिए देश टूट भी जाए तो इनसे मतलब नहीं।
- इसी लिये कहता हूँ साजिशें करने मे माहिर संघ को “संघमुक्त भारत” करके ही इस देश का भला हो सकता है और यह समय इस अभियान के लिए सबसे उपयुक्त है।
हे मूर्ख इंसान जो इतनी घटिया और शर्म जनक पोस्ट की है।तेरे को या तो इतिहास की पूरी जानकारी नहीं है या तू किसी घटिया पार्टी की गन्दी सोच की लज्जास्पद और हास्यापद पैदाइश है। जो भी तूने ऊपर बेबकूफी पूर्ण बातो का जिक्र किया है,तो तू ये बता की हिन्दू मंदिर किसने तोड़ें,मूर्ख अब तो यह कहेगा की आर एस एस ने की जब इंदिरा गांधी की मृतयु हुई थी वो स्वर्ण मंदिर में आर्मी के गुसने के कारण हुई थी और उसका कारन भी वह ही थी । न वो पाकिस्तान के अंदरूनी कलह में अपनी सोच लगाती और न बांग्लादेश को उससे अलग करने की कार्य करती उसी के परणाम स्वरूप पाकिस्तान ने बाग्लादेश की हार के बदलें भारत को तोड़ने की कोशिश के लिए खालिस्तान की सिख और पंजाबियो वहकाता। और जो भी कश्मीर की बात है, वो वहा आर्मी के कारण सुरक्छित है न की जिसकी तू चापलूसी कर रहा है उसके कारण। और तू समय कहाँ था जब अमरनाथ यात्रा रोकी जाती है । तू हर समय चुनावों के समय ही क्यों जन्म लेता । क्यों की तुझ जैसे लोगों को सिर्फ किसी चापलूसी और चुनावों के समय एक व्यवसाय कर अपने पैसों से मुट्ठी गर्म करने का मौका मिलता है। तो हे मूर्ख मानव देश प्रेम की झूठी बात न कर अपना समय किसी अच्छे कार्य और अपने परिवार के लिए लगा। बाकी भगवान अल्लाह जीजस क्राइस्ट गुरूनानकजी और पृथ्वी मे जिसको भी तू मानता है वह तेरी मदद करें।
ReplyDeleteRSS is a divisive force and it should be done away with. We seek unity.
Deleteअरे मूर्खानन्द संघी,
Deleteसत्य यही है कि संघी केवल अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे इनका आजादी के स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नही है। दूसरो की पैदाईश के बारे में बताने वाले नालायक , मोदी के मोरावतार में मोदी के निकले हुए अश्रु रुपी बीज , चरणचटु अंधभक्त और कीचड़ में पडे हुए कमलगट्टे व संघ की नाजायज औलाद अपनी भाषा मर्यादित रख अन्यथा ऐसे ऐसे शब्द रुपी बाण है कि कानो में बवासीर हो जाएगी। तुम क्या बात करोगे खालिस्तान के बारे मे अबे गधो भिंडरावाले को दमदमी टकसाल का शहीद घोषित करने वाले अकालियो के साथ तुम गठबंधन करके सरकार चलाते हो , अफजल गुरु को काश्शमीर मे शहीद का दर्जा देने वाली पीडीपी के साथ तुम सरकार बनाते हो , बुरहान वानी के घर 10 लाख भिजवाते हो और उसके घर के सदस्य को नौकरी देने की वकालत करने वालो तुम से ज्यादा बडा आतंकवादी कौन हो सकता है जो महात्मा गांधी के हत्यारो की पूजा करते है। राम मंदिर के नाम का चंदा खाकर राम को ही भूलने वालो......बाकी बाद में अभी व्यस्त हूं
Good one bhai Ashutosh
Deleteअरे इस पोस्ट को लिखने वाले के दिमाग में और चरित्र में , साथ ही उसके समर्थन में लिखने वाले के भी दिमाग में मल भरा हुआ है !! जिसे मुस्लिम शासक अपने सगे लगते थे ! जिन मुसलमान शासको ने हिन्दुओं को प्रताड़ित किया उनकी तरफदारी करने वाले उन्ही के हराम्म की पैदाईश होंगे !! जिसे मदिरों का तोडा जाना , धार्मिक स्वतंत्रता पे रोक लगाना , अच्छा लगे वो ऐश की पैदाईश , हराम के जनों को उन कष्टों का क्या अनुमान जिसे सनातन धर्मी पूर्वजो ने झेला है !! ऐसे चांडालों को जब अपनी बहन , अपनी बेटी, को अपनी पत्नी बनाने में गर्व महसूस होता हो ऐसी सोच वाले गुह्खोरो से ऐसी ही झान्टू पोस्ट और उसके समर्थन की उम्मीद की जा सकती है !!
DeleteRSS अग्रेजों ने जुलम किए उनके खिलाफ क्यों नहीं बोलती
Deleteकुछ भी कहा ये बात आप भी जानते है कि आरएसएस अंग्रेज के तलवे चाट के ही यहाँ तक पहुचे है क्योंकि जो भी आरएसएस में कटा है साल हाफ पैंट पहनता है और बोलता है आरएसएस वाले कभी sadi नही करते पर sadi करके अपने बीबी को छोड़ देते है साले और बोलते है हम हिंदुत्व के खिलाफ नही है अरे कुतो के आ॓ल्ड कहा लिखा है कि शादी करके अपनी बीबी को छोड़ देना ही हिंदुत्व है साले तू जा पहले पूरा इतिहास पढ़ उसके बाद कुछ लिख
Deletesavarkar is my hero..aur unki kahi ek ek baat bilkul patthar ki lakir jaisi Sach aur amit hai. Jai veer savarkar ji
DeleteRSS ke khilaf bolte hi mirch ug jati hai
DeleteEk tarkik aur gyan vardhak lekh..thanks
Ye galti hai RSS Ka ithihash ieshne 1925 she shuru kiya...mahsbharat kaal Ka samay upyukut rehta Jo .isreal Kay 12 kabiilay...mai said ek hibbru kabila(kashmir as basha) ye logh yahoodhi thay..asli brahmano mai mix huge viddesho nakli Brahman..ye logh that cheetpawan Brahman...yahoodi aur Parisian logo say cross hui ek jaati..aap mai btata hu tumko poori history...tum logo ki hibru bhasha(Sanskrit) Ka kala sach...
DeleteRss के लोग अग्रेजोके तळवे चाटणे का काम करते थे।
DeleteBilkul sahi analysis hai. Yeh sab inhone angrejo se hi sikha hai. Is baat ka pakka yakeen hai jo aaj hindu aur.musalmano ko lada rahi hai fir jati ke naam par logo ko ladayenge
Deleteगलती कर दी तुने।। तुने तो सावरकर जी को ही संघ का कर्ता धर्ता बता दिया।। संघ का विरोध इसलिए होता है। क्योंकि संघ ही एकमात्र वो संघठन है। जो देश विरोधी कार्य को रोकने मे समर्थ है। संघ ने ही काश्मीर को भारत का हिस्सा बनाया। संघ ने दक्षिण भारत के कइ हिस्सो को पुरतगाल से मुक्त करवाया। संघ ने ही चीन के खिलाफ युद्ध मे सेना की सभी प्रकार की सहायता की।। इस वजह से वह सम्मान स्वरूप लाल किले पर सेना की परेड मे सामिल हुआ था। पर तुम लोगो को क्या पता।। google kre lena. नहीं पता है तो।।
Deleteभाई आशुतोष क्या कमाल लिखा और धोया आपने हृदय की गहराइयों से धन्यवाद.
Deleteइस महल का वह वीर जो मात्र 23 साल की उम्र के राष्ट्र के लिए मर मिटा एक गुमनाम हिन्दू योद्धा की वीर गाथा
Deleteयह कहानी उस समय की है जब बंगाल में अफगान एवं तुर्को की सफाई का कार्य जोर शोर से चालू था । यह मात्र बंगाल की सफाई नही थी, उस समय बिहार, झारखंड, बांग्लादेश तथा म्यांमार तक का क्षेत्र बंगाल सल्तनत का हिस्सा ही हुआ करता था ।
आमेर के राजाओ में 1576 ईस्वी में बंगाल अभियान शुरू किया था, वह 23 वर्ष में पूर्ण हो पाया । बंगाल में 400 वर्षो से इस्लामिक सत्ता कायम थी, उसे रातों रात तो नही उखाड़ा जा सकता था ।
बंगाल उस समय हिन्दू अत्याचार की राजधानी हुआ करता था, जब बंगाल सल्तनत का राज उसपर हुआ करता था । राजा मानसिंह ने अपने 23 साल के पुत्र दुर्जनसिंहजी को बंगाल में हिंदुओं की रक्षा के लिए नियुक्त किया था ।
कटेरा के पास पठानो की भीड़ ने दुर्जनसिंह एवं उनकी सेना पर भीड़ की तरह ही आक्रमण कर दिया ( पत्थर - आदि ही, जैसे कश्मीर में होता है )
इस युद्ध मे भारत के वीर सपूत ओर एक राज्य के राजकुमार दुर्जनसिंह जी मात्र 23 साल की उम्र में वीरगति को प्राप्त हो गए । इशाक खान एवं मूसा खान की पठान सेना के नेतृत्व में बंगाली मुसलमानो ने दुर्जनसिंह पर आक्रमण किया था ।
यह घटना 1597 ईस्वी में हुई ।
राजा मानसिंह की पहली संतान की बलिदान की कहानी आपने पढ़ी, राजा मानसिंह के एक एक पुत्र देश धर्म हिंदुओ के लिए ऐसे ही कुर्बान होते रहें ।
महावीर बलिदानी जगतसिंहजी कहानी फिर कभी । काल ने इस सुरमा को अल्पसमय मे भरी जवानी में ग्रस लिया, वरना हम आज ही विश्वगुर होते । 12 साल की उम्र ही जगतसिंह ने पहला युद्ध जीत लिया था ।।
#क्षत्रिय_होना_गर्व_है #JaiRajputana
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ReplyDeletewww.kyoutubekcom/wac?w=s7swjrjj0
आरएसएस को बैन किया जाना चाहिए। कुतर्क के लिए अंद्धभक्त तैयार हो जाएं। मित्रों, अपनी आदत के मुताबिक rss और bjp के मित्र गाली गलोच की आदत नही छोड़ सकते, इसका प्रमाण आने वाले comments में। आपको मिल सकता है। जय भीम।
ReplyDeleteArvind Prakshji You are right but who will bell the cat. BJP will not do it. Congress cannot do.It did not do when it had super majority in Parliament. It is open that BJP is the other face of RSS and Congress is the power which has a lobby in its rank and file which works for RSS. Ek gaali glauch karta hai doosra kambal odh unki sahayta karta hai.
DeleteGalatfahmi ya vaham ka ilaaj sambhav nahi
Deletetera ambedkar saala angrejo ka paaltu kutta tha saala nehru jinna aur muntbetan ke joote saaf karanewala chamhra ek number ka haraami tha, saala 1947 se tum madharchod chamhro ka samvidhan is desh par lagu hai, jo duniya ka sabse ghatiya goo khor samvidhan hai.
Deleteमैं कुछ तथ्य प्रस्तुत कर रहा हूं
Delete1. इंदिरा गांधी की मृत्यू का कारण गुरूद्वारे में आॅपरेशन ब्ल्यू स्टार चलाना था ।
2. टीपू सुल्तान जो कि एक मुस्लिम शासक था जिसकी तलवार पर आज भी अरबी भाषा में लिखा है की हे खुदा मुंझे सभी हिन्दुओं को मारने की शक्ति प्रदान करो तो वो देश भक्त कैसे हुआ !
3. संघ है तभी भारत में हिन्दुओं का दबदबा है वरना ये गांधी परीवार तो कबसे देश को बेच चुका था! इसका उदाहरण ताशकंद समझोते के समय डाॅ. राजेन्द्र प्रशाद की मृत्यु पर डला हुआ परदा है!
4. मोदी जी के राज में हुए गुजरात दंगों की बदोलत ही तो सभी हिन्दू मोदीजी का साथ देते हैं क्योंकी हिन्दु सबसे डरपोक जाती होती है! इसे डराओ और अपनी तरफ कर लो !!! अगर ये जगह जगह दंगे नां होते तो हिन्दु कभी नहीं डरता और लापरवाही के कारण बरबाद होता रहता ! भला हो मोदीजी का की भारत की कमान संभाली और पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया !!!
भया मुझे एक एक सत्य ,तथ्य उपलब्ध करवाए,
Delete
Deleteसँविधान को जहरीला बीज कहने वाले गोलवालकर को ,
अपना आदर्श मानता हैं मोदी ,
सही है कुछ और हिन्दू रोज मुस्लिमो के हाथों मरना चाहिए 1 हिन्दू मरेगा तो 99 हिन्दू जाग जाएगा
Deleteअरे गांडू मुस्लिमो ने अफगानिस्तान में बुद्ध की मूर्ति को तोड़ दिया इन मुल्लो की मा चोदने के लिए आरएसएस जरूरी है भाई
DeleteDesh ke tukde rss ne karvaye kyo ktmulle
DeleteRSS sach me Britishers ke boot licker the Maine kabhi kabhi kisi sanghi ko Britishers ki aalochana karte nahi padha aur na hi suna . ye logo ko murkh banatr hai aur aapas me ladatr hai taki desh ki main problems par log soch na sakr aur inki Brahmanvadi kuvyawastha kayam rahe. Brahmanwad ka Nash ho . Jai bhim . Lal salam
Deletechalo is post se pta lag gya ki mullo ki maa chud rhi hai, sare hindu bhai ek hokar in mullo ki maa bahan chod do, inko inki aukat dikha do, abhi to pakistan par kabja karna hai bhaiyo, rss jindabad, in kathmullo ki maa ka bhosda
DeleteBeta hota kuch hai aur andh bhakto Ko dikhta kuch hai,talwe chatne wale k peedhi usi me khush rahti hai,keep boot licking
DeleteBeta hota kuch hai aur andh bhakto Ko dikhta kuch hai,talwe chatne wale k peedhi usi me khush rahti hai,keep boot licking
DeleteBeta hota kuch hai aur andh bhakto Ko dikhta kuch hai,talwe chatne wale k peedhi usi me khush rahti hai,keep boot licking
DeleteBHARAT "Hind" India ke SHATRUO (Aatnkwadi) ke Sath YUDH Hamesha Shru Rhenga! ..kt
Deleteऐ आजादी के पहले से गद्दार थे ये आतंकी देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं ।ये गद्दार हरामी अंध भक्त देश को बेचने में भी पीछे नहीं है । जिस हिन्दुस्तान को सैकडों सालों की मुगलों की बादशाहत बदल नहीं पाई आज इन कायरों को मुल्लों का इतना डर है कि उसी के साये में ये गड़फटी में सिर्फ पोस्ट कर सकते हैं ।इन अंड भक्तों को ये नहीं दिख रहा कि इसी भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किये । शर्म करो गोडसे की औलाद कायरो ।देश बिक रहा है । जय चंद की औलादो भटगिरी की हद होती है अंदर का ईमान बिल्कुल मर गया है ।
Deleteवसीम रिजवी ने जिन कुरान के 26 आयतों पर मुकदमा किया है
Deleteउन्ही को पढ़ लो हिन्दुओं
"भाईचारे का भूत" और
"सेकुलरिज्म का नशा" उतर जाएगा।
1- Verse 9 Surah 5 فَاِذَاانْسَلَخَالۡاَشۡهُرُالۡحرِكِيۡنَحَيۡثُوَجَدْتُّمُوۡهُمۡوَخُذُوۡهُمۡوَاحۡصُرُوۡهُمۡوَاقۡعُدُوۡالَهُمۡكُلَّمَرۡصَدٍ ۚفَاِنۡتَابُوۡاوَاَقَامُواالصَّلٰوةَوَاٰتَوُاالزَّكٰوةَفَخَلُّوۡاسَبِيۡلَهُمۡ ؕاِنَّاللّٰهَغَفُوۡرٌرَّحِيۡمٌ
मतलब: फिर, जब हराम (प्रतिष्ठित) महीने बीत जाएं तो मुशरिकों को जहां कहीं पाओ क़त्ल करो, उन्हें पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो. फिर यदि वे तौबा कर लें और नमाज़ क़ायम करें और ज़कात दें तो उनका मार्ग छोड़ दो, निश्चय ही अल्लाह बड़ा क्षमाशील, दयावान है.
2- Verse 9 Surah 28 يٰۤاَيُّهَاالَّذِيۡنَاٰمَنُوۡۤااِنَّمَاالۡمُشۡرِكُوۡنَنَجَسٌفَلَايَقۡرَبُواالۡمَسۡجِدَالۡحَـرَامَبَعۡدَعَامِهِمۡهٰذَا ۚوَاِنۡخِفۡتُمۡعَيۡلَةًفَسَوۡفَيُغۡنِيۡكُمُاللّٰهُمِنۡفَضۡلِهٖۤاِنۡشَآءَ ؕاِنَّاللّٰهَعَلِيۡمٌحَكِيۡمٌ
मतलब: ऐ ईमान लानेवालो! मुशरिक तो बस अपवित्र ही हैं. अतः इस वर्ष के पश्चात वे मस्जिदे-हराम के पास न आएँ. और यदि तुम्हें निर्धनता का भय हो तो आगे यदि अल्लाह चाहेगा तो तुम्हें अपने अनुग्रह से समृद्ध कर देगा. निश्चय ही अल्लाह सब कुछ जाननेवाला, अत्यन्त तत्वदर्शी है.
3- Verse 4 Surah 101 وَاِذَاضَرَبۡتُمۡفِىالۡاَرۡضِفَلَيۡسَعَلَيۡكُمۡجُنَاحٌاَنۡتَقۡصُرُوۡامِنَالصَّلٰوةِ ۖاِنۡخِفۡتُمۡاَنۡيَّفۡتِنَكُمُالَّذِيۡنَكَفَرُوۡا ؕاِنَّالۡـكٰفِرِيۡنَكَانُوۡالَـكُمۡعَدُوًّامُّبِيۡنًا
मतलब: और जब तुम धरती में यात्रा करो, तो इसमें तुमपर कोई गुनाह नहीं कि नमाज़ को कुछ संक्षिप्त कर दो; यदि तुम्हें इस बात का भय हो कि विधर्मी लोग तुम्हें सताएंगे और कष्ट पहुंचाएंगे. निश्चय ही विधर्मी लोग तुम्हारे खुले शत्रु हैं.
4- Verse 9 Surah 123 يٰۤـاَيُّهَاالَّذِيۡنَاٰمَنُوۡاقَاتِلُواالَّذِيۡنَيَلُوۡنَكُمۡمِّنَالۡكُفَّارِوَلۡيَجِدُوۡافِيۡكُمۡغِلۡظَةً ؕوَاعۡلَمُوۡاۤاَنَّاللّٰهَمَعَالۡمُتَّقِيۡنَ
मतलब: ऐ ईमान लानेवालो! उन इनकार करनेवालों से लड़ो जो तुम्हारे निकट हैं और चाहिए कि वे तुममें सख़्ती पाएं, और जान रखो कि अल्लाह डर रखनेवालों के साथ है.
5- Verse 4 Surah 56 اِنَّالَّذِيۡنَكَفَرُوۡابِاٰيٰتِنَاسَوۡفَنُصۡلِيۡهِمۡنَارًاؕكُلَّمَانَضِجَتۡجُلُوۡدُهُمۡبَدَّلۡنٰهُمۡجُلُوۡدًاغَيۡرَهَالِيَذُوۡقُواالۡعَذَابَ ؕاِنَّاللّٰهَكَانَعَزِيۡزًاحَكِيۡمًا
मतलब: जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया, उन्हें हम जल्द ही आग में झोंकेंगे. जब भी उनकी खालें पक जाएंगी, तो हम उन्हें दूसरी खालों में बदल दिया करेंगे, ताकि वे यातना का मज़ा चखते ही रहें. निस्संदेह अल्लाह प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है.
याचिका के अनुसार, ये आयतें नकारात्मक हैं और हिंसा व नफरत को बढ़ावा देती हैं.
6- Verse 9 Surah 23 يٰۤاَيُّهَاالَّذِيۡنَاٰمَنُوۡالَاتَتَّخِذُوۡۤااٰبَآءَكُمۡوَاِخۡوَانَـكُمۡاَوۡلِيَآءَاِنِاسۡتَحَبُّواالۡـكُفۡرَعَلَىالۡاِيۡمَانِ ؕوَمَنۡيَّتَوَلَّهُمۡمِّنۡكُمۡفَاُولٰۤـئِكَهُمُالظّٰلِمُوۡنَ
मतलब: ऐ ईमान लानेवालो! अपने बाप और अपने भाइयों को अपने मित्र न बनाओ यदि ईमान के मुक़ाबले में कुफ़्र उन्हें प्रिय हो. तुममें से जो कोई उन्हें अपना मित्र बनाएगा, तो ऐसे ही लोग अत्याचारी होंगे.
7- Verse 9 Surah 37 اِنَّمَاالنَّسِىۡٓءُزِيَادَةٌفِىالۡكُفۡرِ يُضَلُّبِهِالَّذِيۡنَكَفَرُوۡايُحِلُّوۡنَهٗعَامًاوَّيُحَرِّمُوۡنَهٗعَامًالِّيُوَاطِـُٔـوۡاعِدَّةَمَاحَرَّمَاللّٰهُفَيُحِلُّوۡامَاحَرَّمَاللّٰهُ ؕزُيِّنَلَهُمۡسُوۡۤءُاَعۡمَالِهِمۡ ؕوَاللّٰهُلَايَهۡدِىالۡقَوۡمَالۡـكٰفِرِيۡنَ
मतलब: (आदर के महीनों का) हटाना तो बस कुफ़्र में एक वृद्धि है, जिससे इनकार करनेवाले गुमराही में पड़ते हैं. किसी वर्ष वे उसे हलाल (वैध) ठहरा लेते हैं और किसी वर्ष उसको हराम ठहरा लेते हैं, ताकि अल्लाह के आदृत (महीनों) की संख्या पूरी कर लें, और इस प्रकार अल्लाह के हराम किए हुए को वैध ठहरा लें. उनके अपने बुरे कर्म उनके लिए सुहाने हो गए हैं और अल्लाह इनकार करनेवाले लोगों को सीधा मार्ग नहीं दिखाता.
8- Verse 5 Surah 57 يٰۤـاَيُّهَاالَّذِيۡنَاٰمَنُوۡالَاتَـتَّخِذُواالَّذِيۡنَاتَّخَذُوۡادِيۡنَكُمۡهُزُوًاوَّلَعِبًامِّنَالَّذِيۡنَاُوۡتُواالۡكِتٰبَمِنۡقَبۡلِكُمۡوَالۡـكُفَّارَاَوۡلِيَآءَ ۚوَاتَّقُوااللّٰهَاِنۡكُنۡتُمۡمُّؤۡمِنِيۡ
मतलब: ऐ ईमान लानेवालो! तुमसे पहले जिनको किताब दी गई थी, जिन्होंने तुम्हारे धर्म को हंसी-खेल बना लिया है, उन्हें और इनकार करनेवालों को अपना मित्र न बनाओ. और अल्लाह का डर रखो यदि तुम ईमानवाले हो.
rss ek aatankwadi sanghtan hai ye aatanki sanghtan aazadi se pahle se hai isko phir koi muslim sasak hi maar sakta hai aur aisa jaroor ek din hoga
ReplyDeleteRss aatankvaadi sangthan nhi balki desh bhakto ka sangathan h
Deletena samjhone to to mitt jaonge e hind e musalmano dastaan bhe na melenge tumhare dastaano mai..Iqbal
ReplyDeleteहलाला की औलाद
Deleteआर एस एस पर पाबंदी लगा दि जाना चाहीये
ReplyDeleteआर एस एस पर पाबंदी लगा दि जाना चाहीये
ReplyDeleteपहले तेरे हलाला वाले बाप को ढूंढ फिर आना बात करने
DeleteDesh ke mullo ko yaha se bhagana chiye
Deleteक्यों तुमको पीएफआई से नही दिक्कत है क्या,
Deleteआर एस एस ने हमेशा हिंदू मुस्लिम दंगे करवाए हैं और देश को बांट दिया है यह नहीं चाहते कि हमारे देश सुरक्षित और अच्छे भाई चारे के साथ रहे
ReplyDeleteDange kaun kar raha hai aur kaun karwa raha hai ...wo uttar Pradesh mein dekhana chahiye...ab sab ke sab mafi maang rahe hain
DeleteJab Tak Muslim rahega tab Tak Bhai chare ki bat bhul jao
DeleteRight
Deleteये पोस्ट या तो चमचे ने लिखी है या किसी कठमुल्ले ने। देश अब जान चुका की देश को तोड़ने वाले गंदी खानदान है।इसलिए तो गंदी खानदान को अब कोई वोट नही करता है।
Deleteहिंदू सोया हुआ नहीं है बल्कि स्कूल की किताबों में गलत इतिहास पढ़ कर गुमराह हो गया है,
🚩 जय श्री राम 🚩
संजय जैसे पवित्र ईमानदार और राष्ट्रवादी संगठन पर ऐसे आक्षेप लगाने से पहले आपको एक बार सोचना चाहिए और भविष्य में ऐसे आरोप लगाने से पहले प्रमाण और साथ सहित दें
ReplyDeleteSuvro ke bolne se ky hoga
ReplyDeleteसबका सब बकवास है।
ReplyDeleteएसएस हिंदुओं को बांटने में लगा है आर एस एस हिंदू और भारत के अन्य हिंदुओं में तभी वह कांग्रेस के हिंदुओं को सपा के हिंदुओं को बीएसपी के हिंदुओं को खुलेआम टीवी चैनलों में गाली बकते हैं इनका मतलब यह होता है कि जो बीजेपी में आरएसके हिंदू हैं बस वही हिंदू हैं शेष सभी दोगले एवं देशद्रोही हिंदू हैं और इनके नेता नरेंद्र मोदी जो अपनी जात को छिपाकर मोदी लिखते हैं अगर इतने ही हिम्मतवाले हैं तो अपनी जात स्वता मोदी की जगह वह लिखें आर एस एस एवं बीजेपी हिंदू एवं भारत के हिंदुओं का जो विभाजन कर उनको अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर एवं देशद्रोही बताकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं इसका परिणाम बहुत अधिक इनको भोगना पड़ेगा
ReplyDeleteआरएसएस ने क्या तेरी बहन की गांड मार दी साले चूतिए
DeleteRss par pabandi lao ..
DeleteJabhi bharat ek mahasatta ban sakta hai..Rss ek kharab bimari hai jo mere bharat desh ko lag gai hai...
#Racial_Secret_Service( RSS )
Deleteप्रजातीय रहस्यमय क्रम-व्यवस्था
🐍 RSS का असली नाम रेसियल सीक्रेट सर्विस है | राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नहीं |
🐍 RSS की स्थापना इजराइली यहुदी मूल के चितपावन ब्राह्मणों नी की है |
🐍 RSS में ज्यादातर सरसंघचालक चितपावन ब्राह्मण ही होते आए हैं | रिसर्च के अनुसार इन ब्राह्मणों का DNA 99.90% बेने इज़राइली यहूदियों से मिलता है |
🐍 RSS आज भी अमेरिका की आतंकवादी लीस्ट में शामिल है |
🐍 RSS ने अपने कार्यालय पर तिरंगा झंडा लहराना 52 वर्षो के बाद शुरु किया है, इसका असली नाम रेसियल सीक्रेट सर्विस था |
🐍 RSS का आज़ादी के आंदोलन से कोई सरोकार नहीं है ।
🐍 RSS ने देश जब 15 अगस्त को आजाद हुआ तब इसने स्वाधीनता दिवस मनाने से इंकार किया था और 1947 से लेकर 2002 तक नागपुर मुख्यालय पर तिरंगा कभी नहीं फहराया।
🐍 RSS ने वर्ष 2002 के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद तिरंगा फहराया गया
🐍 RSS पर सरदार पटेल ने प्रतिबन्ध (बैन) इसीलिए लगाया था, क्योंकि बैन हटाने के लिए उसने जो हलफनामा दिया था उसमे निम्नलिखित मुख्य बातें थी :--
1) RSS भारत के संविधान को मानेगा, जिसको वो नहीं मानता था और आज भी नहीं मानता है | इसीलिए स्वयं सेवक गैर संवैधानिक बयान देते रहते हैं |
2) RSS संविधान में निहित राष्ट्रीय प्रतीकों का विरोध नहीं करेगा, जिसके वो हमेंशा खिलाफ रहा और आज भी है |
3) RSS कभी भी राजनीति में नहीं आएगा, परंतु आज वो सरकार में है ।
🐍 RSS कुल मिलाकर देशद्रोही संस्था है जो तब भी थी और आज भी देश का सामाजिक ताना बाना बिखेरना चाहती है।
🐍 RSS वाला देशभक्ति की बात करे, तो उसे कहिए *"केस नंबर 176, नागपुर, 2001"* वह शर्म से सिर झुका लेगा | हां, यह तभी होगा अगर उनमें लाज बची हो | सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट और संविधान विशेषज्ञ नितिन मेश्राम की हजारों किताबों की शानदार लाइब्रेरी में इस केस का जजमेंट रखा है |
🐍 RSS के नागपुर हेडक्वार्टर में 26 जनवरी 2001 को तीन युवक पहुंचे, उनके पास भारत का राष्ट्रीय ध्वज था | वे उस बिल्डिंग पर पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराना चाहते थे | वहां मौजूद RSS के बड़े नेताओं ने ऐसा नहीं करने दिया और पुलिस केस कर दिया | उनकी सरकार थी, पुलिस ने झंडा जब्त कर लिया | आखिरकार कोर्ट ने तीनों को बरी कर दिया | सबसे बड़ी बात.... आदेश में दर्ज है कि झंडे को पूरी मर्यादा के साथ हिफाजत में रखा जाए |
🐍 RSS इस घटना की शर्म की वजह से अब कहीं कहीं राष्ट्रीय झंडा फहराना शुरू कर दिया है
🐍 RSS विश्व का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन है, यह हम OBC, SC, ST, MINORITY तथा अन्य गैर मनुवादी भारतीय भाई -बहनों को आर्थिक + सामाजिक +मानसिक और यहाँ तक की शारीरिक तौर से गुलाम बनाना चाहता है !
🐍 RSS का मकसद भगवान बुद्ध, सम्राट अशोक, ज्योतिबा फूले, पेरियार ई. वी. रामासामी नायकर, ललई सिंह यादव, संत कबीरसाहेब, गुरुनानक, गुरुरविदास, छत्रपति शिवाजी, नारायण गुरु, सावित्री बाई फुले, शाहूजी महाराज, डॉ बाबा साहेब आंबेडकर तथा अन्य बहुजन महापुरुषों के संघर्षो को नेस्तनाबूत करना है ।
🐍 RSS संगठन भारत के संविधान को बदल कर अपनी मनुस्मृति की विचारधारा हम भारतीयों पर लागू करके सिर्फ और सिर्फ अपना मनुवादी राज्य निर्मित करना चाहता है |
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Deleteजिसको अपनी पैदायश का पता नहीं की जिससे वो पैदा हुआ वो उसका बाप,भाई,मामा कोई भी हो सकता है वो आज संघ पर उंगली उठा रहा है।
ReplyDeleteमुस्लिमों ने इस देश के लिये क्या किया या संघ ने मुस्लिमों के लिये क्या किया ये जानने के लिये इस हलाला की पैदायश की बातों पर ध्यान ना दें।देश में 60 सालों तक इनके अब्बुओं का ही शासन रहा क्यौं नहीं संघ को बन्द कर दिया।
इस आदमी की बात पर कोई ध्यान ना दें।संघ में जरूर जायें और खुद को शारीरिक रूप से सुदृढ़,मानसिक रूप से सन्तुलित और संस्कारी राष्ट्रभक्त बनाएँ और राष्ट्र की उन्नति में हिस्सा लें।
भारत माता की जय।
Abe ashram ki hram ki aulad tujh ko tere baap ka pta ni jakr pta kr
DeleteBharat Mata no jai . Vandematram.
ReplyDeleteIf you
ReplyDeletedo not want to devide this country again then join Sangh SHAKHA
Bharat ki jai. Vandematram. Be unite .We request to all Indians who respect our Indian constitution not another.
ReplyDelete1000 ईसवी में महमूद गजनवी को सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण करने के लिए किसने बुलाया और मंदिर का गेट किसने खोला कृपया इसके बारे में भी बताएं
ReplyDeleteRSS aur bjp dogala party hai
ReplyDeleteवुहान, फाइजर, चीन और 10 जेपी कैबल...
Deleteमैंने आपको हमेशा बताया कि दुनिया में केवल तीन उद्योग शस्त्र, फार्मा और तेल का शासन है और ये 3 उद्योग दुनिया के सबसे भ्रष्ट राजनेताओं के साथ अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।
यहाँ PHARMA का एक उदाहरण है
यह सोचने के लिए बेहद मूर्ख या भोले होना चाहिए कि नीचे दी गई कोई भी सामग्री "COINCIDENCE" है!
क्या यह एक संयोग है?
वुहान में चीनी जैविक प्रयोगशाला का स्वामित्व ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन के पास है जो (संयोग से) फाइजर का मालिक है! (वह जो वायरस के लिए वैक्सीन का निर्माण करता है (संयोग से) वुहान में जैविक प्रयोगशाला में शुरू हुआ, जिसे (संयोग से) डॉ। फौसी द्वारा वित्त पोषित किया गया था जो (संयोग से) वैक्सीन को बढ़ावा दे रहा है और (संयोग से) में है चीनी ने बिडेन प्रशासन का प्रबंधन किया
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (संयोग से) का प्रबंधन ब्लैक रॉक फाइनेंस द्वारा किया जाता है जो (संयोग से) ओपन फाउंडेशन कंपनी (सोरोस फाउंडेशन) के वित्त का प्रबंधन करता है जो (संयोग से) फ्रेंच एक्सा की सेवा करता है!
संयोग से, सोरोस जर्मन कंपनी विंटरथुर का मालिक है जो
(संयोग से) वुहान में चीनी प्रयोगशाला का निर्माण किया और जर्मन एलियांज द्वारा खरीदा गया था (संयोग से) मोहरा एक शेयरधारक के रूप में है (संयोग से) ब्लैक रॉक का एक शेयरधारक है। (संयोग से) केंद्रीय बैंकों को नियंत्रित करता है और वैश्विक निवेश पूंजी का लगभग एक तिहाई प्रबंधन करता है।
ब्लैक रॉक (संयोग से) MICROSOFT का एक प्रमुख शेयरधारक भी है, बिल गेट्स की संपत्ति, जो (संयोग से) फाइजर का एक शेयरधारक है (जो आपको याद है? वह चमत्कारिक वैक्सीन बेच रहा है) और (संयोग से) वर्तमान में है? डब्ल्यूएचओ का पहला प्रायोजक !!
और (संयोग से) वुहान लैब्स का नेतृत्व और प्रबंधन न कि वायरोलॉजिस्ट बल्कि 2 पीएलए जनरलों द्वारा किया जाता है
तो अब आप समझ गए होंगे कि कैसे चीन के गीले बाजार में बेचा गया एक मरा हुआ चमगादड़ पूरे ग्रह को संक्रमित कर देता है
अंतर-शेयर की गई वित्तीय और वैश्विक हितों और वैश्विक कंपनियों और फार्मा कंपनियों की भागीदारी में इस तरह के एक जटिल वेब
दुनिया के कुलीन व्यापारिक नेताओं का इतना शक्तिशाली समूह पचा नहीं सका कि उनकी योजनाओं को एक ऐसे देश द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया जा सकता है, वे सभी सोचते थे कि वे कभी भी खरीद और बेच सकते हैं और यह दुनिया का सबसे बड़ा उभरता हुआ बाजार है ... भारत।
वे इस बात से भी बहुत नाराज़ थे कि 2016 से 2020 तक कोई WAR या वैश्विक हथियार संघर्ष नहीं था, जहाँ सिर्फ एक व्यक्ति TRUMP के प्रयास से पैसा कमाया जा सकता है
कुलीन व्यापारियों का यह शक्तिशाली समूह भी बहुत गुस्से में है कि 2014 से पहले भारत में कुछ भी बेचना इतना आसान था अब एक आदमी ने 10 जनपथ और भ्रष्ट बिचौलिए राजनेताओं जैसे उनके सभी मताधिकार को नष्ट कर दिया है।
वे बहुत गुस्से में हैं और इस देश को नष्ट करना चाहते हैं जो एक सच्चे वैश्विक दिग्गज में बदल रहा है
वे भारत से नफरत करते हैं
बेसिक इंडिया सेल के लिए नहीं है
Rss bjp best party
ReplyDeleteSirf ek sawal puchta hu jaha jiska population Jada hai waha ushke gundagardi hote hai chahe woh Muslim ho Yadav ho ya SAB cast kyonki jis kise ke bhi pash jade bacche hoge woh kin kinko padhaega likhaega Sanskar dega maa baap Ko bhojan jutane aur banane se fursat nahi hote haito woh baccho pe Dhyan kya dega isliye harek cast religion Ko hum 2 hamare 2 Ko kannon banwana chahye jis se sabko 2 bacche rahenge log chahe woh kise cast ke ho ya religion ke woh Apne bacche pe proper care harek chez me kar sakenge aur ushe kabhi bhi larae jhagro me Jane nahi denge jab SAB maa baap Apne bacche Ko larae jhagro se dur rakhenge to Mai yeh nahi kahta ki jhagre nahi hoge but bahut choote choote hoge kyonki kaam bacche hoge to koi Apne baccho Ko Dharam ho Jamin ke lalach me satta ke lalach me khoon kharaba nahi karne bhejenge Balki unko education dene me lag jaenge
ReplyDeletePopulation SAB cast religion hum 2 hamare 2 Ko Kanoon banai phir dekho khud Shanti AA jaegi
Aur please jo Insaan hoga woh ish soch Ko political ya dharmik roop mat Dena
Aisa na ho Wahi Jamin 10 crore ko anaj dete teh Wahi dharti 134 crore Ko anaj dete hai kaise dete hai AAP SAB jante hai Aisa na ho ek din hum SAB chemical fertilizer khana Suru kar de
Ek example deta hu ek bara SA room hai ushme ek admi rahega woh kaise rahta hoga sochye aur ushe room me 100 admi rakh de woh kaise rahte hoge jawab mil jaega
Jai hind
Yeh rule tb lagu krte jb modi ke maa baap ne shadi ki thi
DeleteRSS is A Indian Terrest Union
ReplyDeleteKasab Afzal Masood Azhar ...ye sab to RSS ke hi hain na bhai
Deleteधूर्त नेहरू ने इतिहास में केवल अपने षडयंत्र को त्याग के रूप में लिखा और संघ को बदनाम किया है। दूसरे संघ अगर आतंकी सोच रखता तो हिंदू जम्मू कश्मीर और केरल में खत्म होने के कगार पर नहीं होता।। और मुस्लिम भेड़, बकरियों की तरह न बढ़ जाते
ReplyDeleteDanggaro ki trha tum log bd rhe ho
DeleteIt's real story, keep it up..
ReplyDeleteलेखक का राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रति नजरिया बहुत ही संकीर्ण है|बहुत से शब्दों और बताए तथ्यों से लगता है कि इनका ब्लॉग भ्रम फैलाने के उद्देश्य से ही बनाया गया है|
ReplyDelete😁😁😄😃😀 क्या बेवकूफ आदमी है आप की संघ ने हिन्दू मुस्लिम किया वरना एक जुट थे भाई साहब संघ 1925 में बना जबकि जिन्ना ने 1919 में ही मुस्लिम एकता की शुरुआत कर दी थी ,
ReplyDeleteये एक मुल्ला हैं हॉलाला की पैदाइश
DeleteRSS= royal secret services angrejo ki gulam
ReplyDeleteAre madharchod log history chodo aur future m. Bat karo land k barlog
ReplyDeleteतेरी गांड फट जायेगी गांडू पर संघ और हम संघी कभी खतम नही होंगे, मैं खुद जाति से पिछड़ा हूं लेकिन पहले हिन्दू हूं और गांडू मुस्लिमो ने दुनियाभर में आतंक मचा रखा है उसका जवाब देने के लिए संघ की आज जरूरत है और इन कटुओं ने अफगानिसतान में बुद्ध की मूर्ति भी तोड़ी थी, मुल्लो की मा का बीआईजीजेडीएस
ReplyDeleteKitni hesitate hai Teri tu bs India me hai aur isme bhi rhega ya nhi pta nhi pr Muslims country kitni hai pta hai na vo qayamat rahega
DeleteTere kitne Hindu bhai Muslim country me rhe rhe hai unko bulawayo hram ki aulad hai tu bhadwae teri maa ashram me chamtkar ki jgha blatkar krwane jati hai tbi tujh jaisa hrami paida hua jisko apne fake father ka naam lgaya hai real bap ka to name pta ni tujh ko
Deleteधर्म से देश न बनता न चलता हैं धर्म एक धोखा हैं आज नहीं तो कल इसका अंत हैं
ReplyDeleteसही कहा आपने
Delete😂😂
DeleteRss ne jo bhi kiya 100% shi kiya or aage bhi aisa hi hona chahiye or jlne wale ghanta ukhaad le Rss ka or bjp ka 😃😃😃😃😃
ReplyDeleteKis haramkhor ne likhi ha ye post......dogla saala
ReplyDeleteJo deshbhakt hain wah aaj deshdrohi ban gae hain aur jo deshdrohi hain wah deshbhakt bane hue hain.mughal jo hindustan main aakar hindustani ban gae aur hindustan ki aan aur shaan lal qila,tajmahal aur shahjahani masjid banwakar qayamat tak ke liye vishwa prashidh kiya wah lutera ban gaya kyonki wah musalman tha aur jis angrejon ne narsanhaarkiya aur bharat ko loot kar le gaye wah rss ki ka dost bana hua hai.angrezon ke naam par jo road hai usse unko koi pareshani nahin hai magar musalmanon ke naam per jo road aur shahar hain uska naam badal rahe hain.congress ne jis rss ko khad pani dekar phalne phoolne main maad kiya usi congress ko rss aur bjp nigal raha hai
ReplyDeleteशतप्रतिशत सही समीक्षा।
Delete9- Verse 33 Surah 61 مَّلۡـعُوۡنِيۡنَ ۛۚاَيۡنَمَاثُقِفُوۡۤااُخِذُوۡاوَقُتِّلُوۡاتَقۡتِيۡلً
Deleteमतलब: फिटकारे हुए होंगे. जहाँ कहीं पाए गए पकड़े जाएंगे और बुरी तरह जान से मारे जाएंगे.
10- Verse 21 Surah 98 اِنَّكُمۡوَمَاتَعۡبُدُوۡنَمِنۡدُوۡنِاللّٰهِحَصَبُجَهَـنَّمَؕاَنۡـتُمۡلَهَاوَارِدُوۡنَ
मतलब: निश्चय ही तुम और वह कुछ जिनको तुम अल्लाह को छोड़कर पूजते हो सब जहन्नम के ईधन हो. तुम उसके घाट उतरोगे.
11- Verse 32 Surah 22 وَمَنۡاَظۡلَمُمِمَّنۡذُكِّرَبِاٰيٰتِرَبِّهٖثُمَّاَعۡرَضَعَنۡهَاؕاِنَّامِنَالۡمُجۡرِمِيۡنَمُنۡتَقِمُوۡنَ
मतलब: और उस व्यक्ति से बढ़कर अत्याचारी कौन होगा जिसे उसके रब की आयतों के द्वारा याद दिलाया जाए,फिर वह उनसे मुंह फेर ले? निश्चय ही हम अपराधियों से बदला लेकर रहेंगे.
12- Verse 48 Surah 20 وَعَدَكُمُاللّٰهُمَغَانِمَكَثِيۡرَةًتَاۡخُذُوۡنَهَافَعَجَّلَلَكُمۡهٰذِهٖوَكَفَّاَيۡدِىَالنَّاسِعَنۡكُمۡۚوَلِتَكُوۡنَاٰيَةًلِّلۡمُؤۡمِنِيۡنَوَيَهۡدِيَكُمۡصِرَاطًامُّسۡتَقِيۡمًاۙ
मतलब: अल्लाह ने तुमसे बहुत-सी गनीमतों का वादा किया है, जिन्हें तुम प्राप्त करोगे. यह विजय तो उसने तुम्हें तात्कालिक रूप से निश्चित कर दी. और लोगों के हाथ तुमसे रोक दिए (कि वे तुमपर आक्रमण करने का साहस न कर सकें) और ताकि ईमानवालों के लिए एक निशानी हो. और वह सीधे मार्ग की ओर तुम्हारा मार्गदर्शन करे.
13- Verse 8 Surah 69 فَكُلُوۡامِمَّاغَنِمۡتُمۡحَلٰلاًطَيِّبًاۖوَّاتَّقُوااللّٰهَ ؕاِنَّاللّٰهَغَفُوۡرٌرَّحِيۡمٌ
मतलब: अतः जो कुछ ग़नीमत का माल तुमने प्राप्त किया है, उसे वैध-पवित्र समझकर खाओ और अल्लाह का डर रखो. निश्चय ही अल्लाह बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है.
लेखन की कला से पहले के काल में श्रुति के आधार पर धर्मग्रंथ आगे की पीढ़ियों तक पहुंचते थे.
14- Verse 66 Surah 9يٰۤاَيُّهَاالنَّبِىُّجَاهِدِالۡكُفَّارَوَالۡمُنٰفِقِيۡنَوَاغۡلُظۡعَلَيۡهِمۡؕوَمَاۡوٰٮهُمۡجَهَنَّمُؕوَبِئۡسَالۡمَصِيۡرُ
मतलब: ऐ नबी! इनकार करनेवालों और कपटाचारियों से जिहाद करो और उनके साथ सख़्ती से पेश आओ. उनका ठिकाना जहन्नम है और वह अन्ततः पहुंचने की बहुत बुरी जगह है.
15- Verse 41 Surah 27 فَلَـنُذِيۡقَنَّالَّذِيۡنَكَفَرُوۡاعَذَابًاشَدِيۡدًاۙوَّلَنَجۡزِيَنَّهُمۡاَسۡوَاَالَّذِىۡكَانُوۡايَعۡمَلُوۡنَ
मतलब: अतः हम अवश्य ही उन लोगों को, जिन्होंने इनकार किया, कठोर यातना का मज़ा चखाएँगे, और हम अवश्य उन्हें उसका बदला देंगे जो निकृष्टतम कर्म वे करते रहे हैं.
16- Verse 41 Surah 28 ذٰلِكَجَزَآءُاَعۡدَآءِاللّٰهِالنَّارُ ۚلَهُمۡفِيۡهَادَارُالۡخُـلۡدِ ؕجَزَآءًۢبِمَاكَانُوۡابِاٰيٰتِنَايَجۡحَدُوۡنَ
मतलब: वह है अल्लाह के शत्रुओं का बदला - आग. उसी में उनका सदा का घर है, उसके बदले में जो वे हमारी आयतों का इनकार करते रहे.
17- Verse 9 Surah 111 اِنَّاللّٰهَاشۡتَرٰىمِنَالۡمُؤۡمِنِيۡنَاَنۡفُسَهُمۡوَاَمۡوَالَهُمۡبِاَنَّلَهُمُالۡجَـنَّةَ ؕيُقَاتِلُوۡنَفِىۡسَبِيۡلِاللّٰهِفَيَقۡتُلُوۡنَوَيُقۡتَلُوۡنَوَعۡدًاعَلَيۡهِحَقًّافِىالتَّوۡرٰٮةِوَالۡاِنۡجِيۡلِوَالۡقُرۡاٰنِ ؕوَمَنۡاَوۡفٰىبِعَهۡدِهٖمِنَاللّٰهِفَاسۡتَـبۡشِرُوۡابِبَيۡعِكُمُالَّذِىۡبَايَعۡتُمۡبِهٖؕوَذٰلِكَهُوَالۡفَوۡزُالۡعَظِيۡمُ
मतलब: निस्संदेह अल्लाह ने ईमानवालों से उनके प्राण और उनके माल इसके बदले में ख़रीद लिए हैं कि उनके लिए जन्नत है. वे अल्लाह के मार्ग में लड़ते हैं, तो वे मारते भी हैं और मारे भी जाते हैं. यह उसके ज़िम्मे तौरात, इनजील और क़ुरआन में (किया गया) एक पक्का वादा है. और अल्लाह से बढ़कर अपने वादे को पूरा करनेवाला हो भी कौन सकता है? अतः अपने उस सौदे पर खु़शियाँ मनाओ, जो सौदा तुमने उससे किया है. और यही सबसे बड़ी सफलता है.
18- Verse 9 Surah 58 وَمِنۡهُمۡمَّنۡيَّلۡمِزُكَفِىالصَّدَقٰتِ ۚفَاِنۡاُعۡطُوۡامِنۡهَارَضُوۡاوَاِنۡلَّمۡيُعۡطَوۡامِنۡهَاۤاِذَاهُمۡيَسۡخَطُوۡنَ
मतलब: और उनमें से कुछ लोग सदक़ों के विषय में तुम पर चोटें करते हैं. किन्तु यदि उन्हें उसमें से दे दिया जाए तो प्रसन्न हो जाएँ और यदि उन्हें उसमें से न दिया गया तो क्या देखोगे कि वे क्रोधित होने लगते हैं.
19- Verse 8 Surah 65 يٰۤـاَيُّهَاالنَّبِىُّحَرِّضِالۡمُؤۡمِنِيۡنَعَلَىالۡقِتَالِ ؕاِنۡيَّكُنۡمِّنۡكُمۡعِشۡرُوۡنَصَابِرُوۡنَيَغۡلِبُوۡامِائَتَيۡنِ ۚوَاِنۡيَّكُنۡمِّنۡكُمۡمِّائَةٌيَّغۡلِبُوۡۤااَلۡفًامِّنَالَّذِيۡنَكَفَرُوۡابِاَنَّهُمۡقَوۡمٌلَّايَفۡقَهُوۡنَ
मतलब: ऐ नबी! मोमिनों को जिहाद पर उभारो. यदि तुम्हारे बीस आदमी जमे होंगे, तो वे दो सौ पर प्रभावी होंगे और यदि तुममें से ऐसे सौ होंगे तो वे इनकार करनेवालों में से एक हज़ार पर प्रभावी होंगे, क्योंकि वे नासमझ लोग हैं.
Madad
ReplyDeleteब्लॉग के विरूद्ध दिए गए प्रतिक्रिया से ही पता चलता है कि आरएसएस के लोग कितने मूर्ख और तर्कहीन और डरपोक होते हैं। किसी विचार के विरूद्ध जब तर्कविहीन होने पर आरएसएस के लोग गाली का सहारा ले आक्रामक हो सामने वाले को चुप कर देने का हटकंडा अपनाता है।
ReplyDeleteसाले गंजेपन की महामारी अपना सोच गंजापन कैसे दूर करे संघ की ताकत देख ना हो तो शाखा पर आना तेरा नाम भारत भुषन किसने रखा ये नाम 😂😂 तुम कहा से हो थोड़ी जानकारी दो फिर मिलते हैं फिर बात करते हैं
Deleteये बात जिन्होंने लिखा है क्या उन्हें पता है असली मे अंग्रेजो के वाफ़ादर कुत्ते कौन थे?
ReplyDeleteआये जानने की कोशिश करते हैं गांधी यानी बैरिस्टर, जवाहर लाल नेहरू यानी ये भी बैरिस्टर और सावरकर यानी बैरिस्टर के परीक्षा में पूरे ब्रिटेन में टॉप करने वाले बिना डिग्री वाले बैरिस्टर वीर सावरकर ही है
मेरे दोस्त आप एक बात बताओ की कोई बच्चा अगर 12th या कोई प्रतियोगिता परीक्षा में फेल हो जाय तो सुसाइड कर लेता है मगर ये टॉप करने के बाद भी कुछ नहीं मिला क्यु?
है किसी अंग्रेजी कुत्ते के पास नहीं होगा l
मैं बताता हू l आप लोग इतिहास में पढ़े होंगे टीवी मे फिल्म में भी देखे होंगे कि गांधी नेहरू को हमेशा इज्जत के साथ गिरफ्तार किया जाता था और बाकी को कुत्तों की तरह घसीट के और जेल के भीतर भी आदर पूर्वक व्यवहार किया जाता था क्यु कभी ये सवाल जेहन आया? मेरे आया और उत्तर सुनकर हैरान रह जायेगे और अभी तक कि सभी समस्याओं का कारण समाधान भी समझ जायेगे
आइए जानते हैं कि क्यु ऐसा था जब भी कोई व्यक्ति बैरिस्टर की परीक्षा पास कर लेते थे तब डिग्री देते वकत अंग्रेजी हुकूमत के प्रति वफादारी की संकल्प लेना होता था जिसके लिए सावरकर ने माना कर दिया और उसे डिग्री नहीं दिया गया l
जैसे भारत में वक़ालत की पढ़ाई करने के बाद भारत के संविधान के प्रति वफादारी की कसम खाई जाती है ठीक उसी तरह l और कुछ बोलना पड़ेगा या इसी मे समझ जायेगे
ये तो सावरकर के जीवन की सिर्फ एक घटना थी इसी मे कॉंग्रेस की पोल खोलने के लिए काफी है. मैं बोलना नहीं चाहता था मगर क्या करें l अरे देश में जरा भी राष्ट्र की भावना बचा है न तो सिर्फ संघ के कारण
ये पोस्ट करके तू क्या साबित करने की कोशिश कर रहा है, देश मे फुट डाल रहा है तू, तो याद रख तू देश मे जो dange फसाद हो रहे हैं उसका तू ही एक कारण है मे हम एक admi हूं और हम नहीं चाहते कि कोई भी लड़ाई या dange हो लोगों uskana बंद कर और अगर हमारे तुझे जरा सा भी प्यार है तो गलत बाते मत कहो और अगर तू एसा कर रहा है तो तू देश का ग़द्दार है, बीते कल को आज से मत जोड़ों कोई भी हमे अपने देश को आगे ले जाना है na की लड़ाई dange करा कर देश को मंदी मे पहुंचाना है देश के आने वाले कल के लिए सोचो ना कि देश को पीछे ले जाने की देश वेसे भी बहुत पीछे h हमारा.
Deleteदेश से प्यार करो naki nafrat
Deleteयह खबर हिंदुओं के खिलाफ है
ReplyDeleteRSS is very nice party
ReplyDeleteAaj ke samay RSS or BJP ke purane netao ne muslimo ka damad bana rakha hai
Deleteये पोस्ट लिखने वाला लगता है हलाला प्रोडक्ट है ।
ReplyDeleteऔर तू क्या है भाई देश को एक करने के बजाय उसे तोड़ रहा है, तुम्हारे जेसे लोगों को के वज़ह से भारत देश गुलाम हुआ था, तूने वो कहावत तो सुनी है The power of in unity. बेवक़ूफ़ mt बनो और अगर तुम RSS के या किसी के भी हो पहले खुद से सवाल करो जो मे कर रहा हूं क्या वो सही है, तुम जेसे लोगों की वजहों से आज देश का ये हाल है ना लड़किया सुरक्षित है और ना ही देश. Religion से commpair करना बंद करो हम सब भारत वासी भाई बहन है
ReplyDelete20- Verse 5 Surah 51 يٰۤـاَيُّهَاالَّذِيۡنَاٰمَنُوۡالَاتَتَّخِذُواالۡيَهُوۡدَوَالنَّصٰرٰۤىاَوۡلِيَآءَ ۘبَعۡضُهُمۡاَوۡلِيَآءُبَعۡضٍؕوَمَنۡيَّتَوَلَّهُمۡمِّنۡكُمۡفَاِنَّهٗمِنۡهُمۡؕاِنَّاللّٰهَلَايَهۡدِىالۡقَوۡمَالظّٰلِمِيۡنَ
Deleteमतलब: ऐ ईमान लानेवालो! तुम यहूदियों और ईसाइयों को अपना मित्र (राज़दार) न बनाओ. वे (तुम्हारे विरुद्ध) परस्पर एक-दूसरे के मित्र हैं. तुममें से जो कोई उनको अपना मित्र बनाएगा, वह उन्हीं लोगों में से होगा. निस्संदेह अल्लाह अत्याचारियों को मार्ग नहीं दिखाता.
21- Verse 9 Surah 29 قَاتِلُواالَّذِيۡنَلَايُؤۡمِنُوۡنَبِاللّٰهِوَلَابِالۡيَوۡمِالۡاٰخِرِوَلَايُحَرِّمُوۡنَمَاحَرَّمَاللّٰهُوَرَسُوۡلُهٗوَلَايَدِيۡنُوۡنَدِيۡنَالۡحَـقِّمِنَالَّذِيۡنَاُوۡتُواالۡـكِتٰبَحَتّٰىيُعۡطُواالۡجِزۡيَةَعَنۡيَّدٍوَّهُمۡصٰغِرُوۡنَ
मतलब: वे किताबवाले जो न अल्लाह पर ईमान रखते हैं और न अन्तिम दिन पर और न अल्लाह और उसके रसूल के हराम ठहराए हुए को हराम ठहराते हैं और न सत्यधर्म का अनुपालन करते हैं, उनसे लड़ो, यहां तक कि वे सत्ता से विलग होकर और छोटे (अधीनस्थ) बनकर जिज़्या देने लगें.
22- Verse 5 Surah 14 وَمِنَالَّذِيۡنَقَالُوۡۤااِنَّانَصٰرٰٓىاَخَذۡنَامِيۡثَاقَهُمۡفَنَسُوۡاحَظًّامِّمَّاذُكِّرُوۡابِهٖفَاَغۡرَيۡنَابَيۡنَهُمُالۡعَدَاوَةَوَالۡبَغۡضَآءَاِلٰىيَوۡمِالۡقِيٰمَةِ ؕوَسَوۡفَيُنَبِّئُهُمُاللّٰهُبِمَاكَانُوۡايَصۡنَعُوۡنَ
मतलब: और हमने उन लोगों से भी दृढ़ वचन लिया था, जिन्होंने कहा था कि हम नसारा (ईसाई) हैं, किन्तु जो कुछ उन्हें जिसके द्वारा याद कराया गया था उसका एक बड़ा भाग भुला बैठे. फिर हमने उनके बीच क़ियामत तक के लिए शत्रुता और द्वेष की आग भड़का दी, और अल्लाह जल्द उन्हें बता देगा, जो कुछ वे बनाते रहे थे.
23- Verse 4 Surah 89 وَدُّوۡالَوۡتَكۡفُرُوۡنَكَمَاكَفَرُوۡافَتَكُوۡنُوۡنَسَوَآءً فَلَاتَتَّخِذُوۡامِنۡهُمۡاَوۡلِيَآءَحَتّٰىيُهَاجِرُوۡافِىۡسَبِيۡلِاللّٰهِ ؕفَاِنۡتَوَلَّوۡافَخُذُوۡهُمۡوَاقۡتُلُوۡهُمۡحَيۡثُوَجَدتُّمُوۡهُمۡوَلَاتَتَّخِذُوۡامِنۡهُمۡوَلِيًّاوَّلَانَصِيۡرًا
मतलब: वे तो चाहते हैं कि जिस प्रकार वे स्वयं अधर्मी हैं, उसी प्रकार तुम भी अधर्मी बनकर उन जैसे हो जाओ; तो तुम उनमें से अपने मित्र न बनाओ, जब तक कि वे अल्लाह के मार्ग में घर-बार न छोड़ें. फिर यदि वे इससे पीठ फेरें तो उन्हें पकड़ो, और उन्हें क़त्ल करो जहां कहीं भी उन्हें पाओ - तो उनमें से किसी को न अपना मित्र बनाना और न सहायक
24- Verse 9 Surah 14قَاتِلُوۡهُمۡيُعَذِّبۡهُمُاللّٰهُبِاَيۡدِيۡكُمۡوَيُخۡزِهِمۡوَيَنۡصُرۡكُمۡعَلَيۡهِمۡوَيَشۡفِصُدُوۡرَقَوۡمٍمُّؤۡمِنِيۡنَۙ
मतलब: उनसे लड़ो. अल्लाह तुम्हारे हाथों से उन्हें यातना देगा और उन्हें अपमानित करेगा और उनके मुक़ाबले में वह तुम्हारी सहायता करेगा. और ईमानवाले लोगों के दिलों का दुखमोचन करेगा;
25- Verse 3 Surah 151 سَنُلۡقِىۡفِىۡقُلُوۡبِالَّذِيۡنَكَفَرُواالرُّعۡبَبِمَاۤاَشۡرَكُوۡابِاللّٰهِمَالَمۡيُنَزِّلۡبِهٖسُلۡطٰنًا ۚوَمَاۡوٰٮهُمُالنَّارُؕوَبِئۡسَمَثۡوَىالظّٰلِمِيۡنَ
मतलब: हम शीघ्र ही इनकार करनेवालों के दिलों में धाक बिठा देंगे, इसलिए कि उन्होंने ऐसी चीज़ों को अल्लाह का साक्षी ठहराया है जिनके साथ उसने कोई सनद नहीं उतारी, और उनका ठिकाना आग (जहन्नम) है. और अत्याचारियों का क्या ही बुरा ठिकाना है.
26- Verse 2 Surah 191 وَاقۡتُلُوۡهُمۡحَيۡثُثَقِفۡتُمُوۡهُمۡوَاَخۡرِجُوۡهُمۡمِّنۡحَيۡثُاَخۡرَجُوۡكُمۡ وَالۡفِتۡنَةُاَشَدُّمِنَالۡقَتۡلِۚوَلَاتُقٰتِلُوۡهُمۡعِنۡدَالۡمَسۡجِدِالۡحَـرَامِحَتّٰىيُقٰتِلُوۡكُمۡفِيۡهِۚفَاِنۡقٰتَلُوۡكُمۡفَاقۡتُلُوۡهُمۡؕكَذٰلِكَجَزَآءُالۡكٰفِرِيۡنَ
मतलब: और जहां कहीं उनपर क़ाबू पाओ, क़त्ल करो और उन्हें निकालो जहां से उन्होंने तुम्हें निकाला है, इसलिए कि फ़ितना (उपद्रव) क़त्ल से भी बढ़कर गम्भीर है. लेकिन मस्जिदे-हरामन (काबा) के निकट तुम उनसे न लड़ो जब तक कि वे स्वयं तुमसे वहां युद्ध न करें. अतः यदि वे तुमसे युद्ध करें तो उन्हें क़त्ल करो - ऐसे इनकारियों का ऐसा ही बदला है...⚜️🔱🚩
सबसे उपर भारत माता , धर्म, जाती का नंबर बाद मे आता. मानवता निष्ठ बनो, और अपने देश की उन्नती और भाईचारा बनाये रखने के लिये लढो जय हिन्द
ReplyDeleteये पोस्ट लिखने वाला हवाला का पैदावार है
ReplyDeletethoo thoo
ReplyDeleteइतिहास के पन्नों मे बहुत कहानिया मौजूद है यह ये पोस्ट भी उसी की कापी है,,,,शाहनवाज कसगर हसनपुर अमरोहा
ReplyDeleteखूनी इतिहास है
ReplyDeleteइन 26 आयतों को हमेशा याद रखिएगा। आर्य समाज ने सबसे पहले इन आयतों को चुनौती दी थी, जिसके बाद जज को भी यह कडवा सच मानना पडा था। आज उन्ही आयतों को लेकर फिर हंगामा हुआ है। देखते हैं क्या होता है, लेकिन आप लोग हमेशा इनको याद रखना।
DeletePFI kya h jara hmlog ko inka bhi Itihas batao
ReplyDeleteLikhne wala mulla hai. Woh kabhi SIMI. I'M. Hijbul.afzal guru ke bare me nahi likhega..
ReplyDeleteHegsewar chod ke britisho me RSS ka koi bhi hold nahi tha. Ye harkate muslim league ki thi..
ReplyDeleteKutto ke bhokane se hathu ko asar nahi hota samje kutto jo RSS BIRODHI HAI UN KUTTO KE LIYE AB BAKI BAT tum log to apne samaj ke kanoon alag se bnate ho bharat ke kanoon ko bhi poora nahi mante tumne bol diya talak talak talak to talak ho gya sudhar jao
ReplyDeleteI proud of rashtriya sway sewak sangh
ReplyDeleteजिन्ना जैसे तमाम मुस्लिम कट्टरपंथियों के काले एवं क्रूर इतिहास पर पर्दा डालने के लिए जितना संघ परिवार को टारगेट करना चाहिए वो आप बङी बेशर्मी से एकपक्षीय होकर कर रहे है ।। जोगेद्र ओर जिन्रा का गठषंधन से देश को क्या मिला ?उस पर भी अपना बौद्धिक छद्म ज्ञान प्रदर्शित कीजिएगा ।।
ReplyDeleteRss desh drohi h ..
ReplyDeleteIs tarah ki postpost Li wale , kuchh to sharm karo
ReplyDeleteसच्चाई से रूबरू कराने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया🙏
ReplyDeleteये आरएसएस ने नफरत करने वाले बड़े माधरचोद होते है, आजतक मैं किसी का बुरा करते हुवे आरएसएस को नही देखा लेकिन ये फिर भी साले आरएसएस ने नफरत करते है।
ReplyDeleteऔर ये आरएसएस को बदनाम वाला पक्का किसी मुल्ले या मोहल्ले की पैदाइश होगा। कोई फर्क नही पड़ता हम भी आरएसएस से जुड़े है आरएसएस भारत देश की शान है और भारत के लिए हम अपनी कुर्बानी देते रहेंगे।
संघ परिवार का रत्तीभर भी योगदान देश की आजादी में नहीं है। यह साम्प्रदायिक संगठन है। अंग्रेजों की दलाली और भारतमाता से गद्दारी ही इसका मूल चरित्र रहा है।
ReplyDeleteLet us try to make this planet the best for living together inspire of cast, Creed and religion. Let us forget the past and forgive the sinners. Love begath love ! May thy Almighty save us from anmity.
ReplyDeleteयोगदान तो केवल एक पार्टी का है ना पार्टी के लोगों को खरोच आती थी बाकी मरता तो हिंदुस्तान था । चलो मना की Rss ने कोई योगदान नही दिया तो क्या धर्म के आधार पर बटे इस एक मात्र हिन्दू देश में कट्टर इस्लामिक ताकतों को पनपने में आप जैसो की तरह पाखंड फैलाते रहे? अरे घटिया लोगों शर्म करो वो अपने मदरसे तक को गलत नही ठहराते और तुम पूरी की पूरी हिन्दू जाती को कलंकित करते हो। बड़ी विडम्बना है की तुम जैसों को ऐसा करने का अधिकार मिला है अभियक्ति की आज़ादी के नाम पर वैचारिक आतंक फैलाने वाले घटिया वामपंथी आतंकी मुझे यक़ीन है तेरी रगो मे बाबर का ही मूत बह रहा होगा।
ReplyDeleteजय हिन्द जय भारत
Ji bhai right... Jay hind
Deleteजय हिन्द 🇮🇳
DeleteCorrect
ReplyDeleteकभी ये नही सोच सकते की जो बीत गया ओ कल था जो बाबर ने किया rss ने किया अपने देश के भाई बहन को मारने का शौक रखते हो और कहते हो देश भक्त हु कभी ऐसा कोई मिसाल बताए की किसी का बच्चा पैर पर पखाना कर दी तो उस पैर को काटना सही है सनातन का मतलब होता है सत्य अहिंसा पर चलने वाला धर्म तो क्या rss जो बोल रहा है मुसलमानो को मारो तो ओ धर्म निभा रहा है या राजनीति कर रहा है
ReplyDeleteभाई कभी संघ की शाखा में गया है कि ऐसे जो तेरे मुह में आ रहा तो बोले जा रहा । संघ कभी किसी को मारने शिक्षा नही देता । आत्म रक्षा का ज्ञान और अपने दुश्मनों की जानकारी होना जर
Deleteपोस्ट अच्छा है लेकिन मुझे बुरा लगा कि इसमें कुछ सच्ची बाते नहीं लिखी है जैसे सावरकर 60 रुपए महीने में अंग्रेजो के तलवे चाट चुका हे ओर वीर भगत सिंग को फांसी आरएसएस की वजह से हुई।
ReplyDeleteRSS दीवार है हिंदू मुस्लिम के बीच की जो अच्छे हिंदू भाइयों को भी बदनाम करती है
ReplyDeleteVery true and bold story. .. aysa isliye lgta hy kyuki sanghi gali glooch pr utar aaye hy ...sach brdasht nhi kr pa rhy chout bhoot andar lgi hy
ReplyDeleteआज पूरे विश्व में किस जाति धर्म से लड़ाई चल रही है सभी पूरे विश्व के मुस्लिम से ही लड़ाई चल रही है क्योंकि मुस्लिम एक शांतिप्रिय जाति धर्म नहीं है उसका एक ही उद्देश्य है पूरे विश्व में इस्लामीकरण शरिया कानून लागू हो उसकी सोच विचार धारा सभी पूरी तरीके से इस्लामिक सोच है हर जगह मुस्लिमों से ही लड़ाई है चाहे वह किसी भी जाति और धर्म का क्यों ना हो
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ReplyDeleteSab jhuth likha hai
ReplyDeleteHindu muslim ko chodo jo pahele jativaad hai use khatam. Jo dharm Ek insan ko uncha or dusrr ko nicha mane. Woh dharam nahi.
ReplyDeleteहे हिन्दू साली बहुत हरामी कौम है।1000 साल से पिटती आ रही पर मजाल कि सम्हल जाए।हर युग में एक जयचन्दों और मानसिंहों कि बड़ी फौज इस देश में रही और ये संख्या लगातार बढ़ रही है।आज तो गैर bjp पार्टियों में ये बहुत बड़ी तादाद में हैं।दलितों का एक बड़ा तबका जो सरकारी नौकरियों में हॉबी है केवल आरक्षण के लिए हिन्दू है।मीम भीम गठबंधन के चलते वह मुस्लिमों से ज्यादा हिन्दुओं और आरएसएस की कब्र खोदता रहता है।इसलिए आरएसएस और हिंदुत्व को गाली देने में हिन्दू ही सबसे आगे है अतः किसी और से शिकायत क्या करना?
ReplyDeleteSahi bat
Deleteभेङिया+ यहूदी == RSS संघ यहूदी और भेङियों का cross breed नस्ल है।।
ReplyDeleteJay shree ram jay rss
ReplyDeleteJai shree ram or jai rss jai bjp
ReplyDeleteJai shree ram or jai rss jai bjp
ReplyDeleteJai shree Ram
ReplyDeleteRSS JINDABAD
ReplyDeleteHAR HAR MODI GHAR GHAR MODI
ReplyDeleteMugal itne khrab the to bharat me hindu ki aabadi 85 % kese bach gai.jab k muslim government 8 century tak thi.
ReplyDeleteSavarkar is hero
ReplyDeleteRSS and BJP active h tb to Katuo ki maa bahan ek hoti rhegi...
ReplyDeleteसोचने वाली बात?
ReplyDeleteKatuwone 1000 re Hindu ko satate aye hai lakho Hindu Ka katle aam kiye hai , British Jane k baad fir se inka hukumat ho jata Hinduon par RSS k Karan desh me hindutwa jinda hai nhi to Iraq Syria banjata.
ReplyDeleteभाई आपस में लड़ाई मत कीजिए इससे कुछ फायदा नहीं होने वाला है जो जैसा करेगा वह वैसा पाएगा लेकिन सामने वाला अगर आपके ऊपर अत्याचार करता है तो अत्याचार सहना भी गुनाह है और अत्याचार करना भी गुनाह है
ReplyDeleteरही बात इतिहास लिखने की तो हर लेखक के अपने अलग-अलग विचार है लोगों ने अपनी विचारधारा को पुस्तक के रूप में प्रस्तुत किया कोई साक्ष्य नहीं है किसी के पास सब लोग अपनी मनगढ़ंत कहानियां बनाते हैं और विरोध की भावना उत्पन्न करते हैं इस समाज में अगर पढ़ना है तो गीता पढ़ो अगर पढ़ना है तो स्वामी विवेकानंद को पढ़ो अगर मांगना है तो भीमराव अंबेडकर को मानो अगर पूजा करनी है तो जय श्री कृष्णा बोलो
ReplyDeleteविरोध के स्वरूप में फैलाई गई बातों पर हम बिल्कुल विश्वास नहीं करते ना ही कभी विश्वास करेंगे चाहे वह संघ की विचारधारा हो या किसी की अपनी निजी सोचो हम उनके तथ्यों से कोई ताल्लुक नहीं रखते हैं हम स्वतंत्र भारत के स्वतंत्र नागरिक हैं हम अपने संविधान के प्रति अपने मूल कर्तव्य के प्रति समर्पित हैं हम बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान को मानते हैं हम डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को मानते हैं हम स्वामी विवेकानंद जी को मानते हैं हम हमारे मिसाइल मैन के नाम से मशहूर माननीय एपीजे अब्दुल कलाम जी को मानते हैं जय हिंद जय भारत
ReplyDeleteJisne ye post likhi uski m k c....t
ReplyDeleteनकली आइडी बना कर य सिर्फ कान्ग्रेस के समर्थन अथवा RSS का विरोध करने के लिये जो लोग अपना समय खराब करते हैं उन्हें क्या कहा जाये ၊ पूरे देश को कान्ग्रेस इसाई बनाने में जब सफल नही हुई तो मुसलमानों की गोद में बैठकर देश को पाकिस्तान बनाने पर उतारू है ၊ अपने ही नेताओं की हत्या (शास्त्री जी , इन्दिरा जी , राजीव जी , माधव राव जी , राजेश जी और कई अन्य) करा कर सत्ता में बनी रहने की चाहत ने देश को कहां पहुंचा दिया ၊ फूट डालो और राज करो ၊ पहले इतिहास पदो फिर अपना विचार बनाओ၊
ReplyDeleteZehrile rajniti
ReplyDeleteRss jindabad
ReplyDeleteRSS Bharat wasiyon ke liye khatra hai
ReplyDeleteकिसी अग्रेंजो के गुलाम, मुगलो की नाजायज़ औलाद प्रतीत होता है । झूंठा इतिहास बता रहा गद्दारों की ओलाद
ReplyDeleteअशफाक, चन्द्र शेखर आजाद भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे क्रांतिकारीयों ने देश एक किया । किसी अग्रेंजो के गुलाम ने नहीं बंद झूंठा अंग्रेजों के गुलाम
ReplyDeleteकोई बात एक हजार बार कह दो वही इतिहास बन जाएगा।पृथवी राज चौहान तक हिंदू स्वाभिमानी था।अब तो ए भाई जरा देख के चलो का जमाना है।जीना है तो कम करो प्यारे,शुभ उदय
ReplyDeleteअगर ऐसा है तो इस जैसे तमाम संगठन बंद कर देना चाहिए।
ReplyDeleteउपरोक्त पूरी बहस का सार यह है कि मोतीलाल नेहरू के पिता व दादा मुस्लिम थे इसी लिए इतिहास में मोतीलाल नेहरू के पिता का वर्णन ही नहीं है
ReplyDeleteइसा पूर्व 185 में आखरी मौर्य वंश के बौद्ध सम्राट "राजा बृहद्रथ" की उनके सेनापति ब्राह्मण "पुष्यमित्र शुंग" द्वारा ष़ड़यंत्र कर धोखे से हत्या कर दी गई| और हुए स्वयंम को (चातुर्वण्य उल्लंघन) राजा घोषित कर दिया| यह असंगत,तत्कालिन राजधर्म विरोधी, धर्मा विरोधी, मानवता विरोधी प्रतिक्रांति थी|
ReplyDeleteयह लोग बारबार चंगज़खानम तैमूरलंग, खिलजी, महाभारत के धृतराष्ट्र और दुर्योधन के अत्याचार,नरसंहार,"अधर्म" की बात करते है|पर "पुष्यमित्र शुंग" द्वारा की गई राजा बृहद्रथ हत्या और निरपराध बौद्ध भिक्खुं की हत्यावों को नज़र अंदाज़ कर देते है|
दोगल वंशी जमात!
अधर्मि पुश्यमित्र शुंग राजा बनने तक ही नही रुका|उसने हजारों बौद्ध मठ, स्तुप, विहारों और बौद्ध साहित्य, दुर्मिल ग्रंथ को जलाया, हजारों बौद्ध भिक्खुवों की हत्याएं की|बुद्ध धम्म के प्रचार और प्रसार का प्रमुख स्त्रोत जो बौद्ध भिख्खु थे,उनमेसे एक भी भिक्खू जीवित न रहे एसलिए उनको मारकर लाने वालों को सौ सुवर्ण मुद्रा बक्षिस देने का ऐलान किया था| इसका परिणाम यह हुवा कि साकेत (अयोध्या) से बहने वाली नदी का पात्र बौद्ध भिक्खु के कटे सर से इतना भर गया कि इस नदि का नाम उस क्षेत्र तक "सरयुनदी" नामसे जाने जाता है|
पुष्हयमित्र शुंग द्वारा हजारों बुद्ध विहारों को मंदिरों में तकदिल कर दिया,जो आजभी देश के हर कोने में मौजूद है|
मनु प्रेमी आर्य वैदिक ब्राह्मण और उनके संगठन इस काले इतिहास का क्यो नही जिक्र करते जो सत्य है!
उलटा ये लोग जिनको अपना आईडल मानते है उनमेसे वि.दा.सावर एक है| उनकी एक मराठी किताब है,"सहा सोनेरी पाने"| इस पुस्तक में "पुष्यमित्र शुंग" द्वारा जो प्रतिक्रांति की गई उसे सावरकर छ़ सुवर्ण पन्कनों में से एक सुवर्ण पन्ना बताते है| उनके पुर्खों द्वारा जो अन्याय का इतिहास है उसे गलत तर्क देकर सही का दर्जा देते है| और जो गलत है, जिसका कोई ऐतिहासिक आधार नही उसे झुट का सहारा लेकर फैलाते है!
गांधी,"नेहरु",पटेल, राजेंद्र प्रसाद और कॉंग्रेस 'चातुर्वर्ण्य' मनु व्यवस्था के समर्थक थे| यही कारण था कि सर्वपरि सक्षमता के धनि होने के बावजूद़ "डॉ.अंबेड़कर"जी की क्षमतावों का स्वतंत्र भारत के निर्माण हेतु उपयोग नहि किया गया|
उल्टा डॉ.अंबेडकर की संविधान सभा की सदश्यता पार्टिशन के बहाने खत्म कर दी गई| और उनको पाकिस्तान के भू भाग में ढ़केल दिया गया|
देश की दुर्दशा के अपराधी है मुलतत्वादी और उनके क्रिया कलापों को जानबुझकर नज़र अंदाज करने वाली कॉंग्रेस है!
गुण दोष एवं तार्किक आधार पर हमलोगों को किसी के विचारों का परीक्षण/विवेचन करना चाहिए ना, कि अपने मत से भिन्न मत धारित करने वालों को अपनी पहचान छुपा कर माँ-बहन की भद्दी भद्दी गालियाँ दे कर |हमारा देश प्रारंभ से ही बहुनस्लीय, बहु धार्मिक, बहुभाषी रहा है और अनेकता में एकता इसकी एक प्रमुख उल्लेखनीय विशेषता रही है|श्री अरशद खान जी ने अपने ब्लाग में अपना विचार रक्खा है किंतु यह कतई आवश्यक नहीं कि उनके उक्त ब्लाग को पढ़ने वाला प्रत्येक व्यक्ति उनकी बातों से सहमत हो|संसदीय प्रजातंत्र में किसी भी व्यक्ति को किसी भी विषय पर किसी भी व्यक्ति, व्यक्ति समुह, राजनीतिक दल अथवा संगठन द्वारा व्यक्त या धारित विचार/विचारों से अपनी समझ से सहमति अथवा सहमति व्यक्त करने का पुर्ण अधिकार है|
ReplyDeleteकई लोगों द्वारा अपनी पहचान छुपा कर प्रश्नगत् ब्लाग का बिना किसी तथ्य एवं बिना किसी तार्किक आधार के विरोध करते हुए ब्लागर के लिए असंसदीय तथा अशिष्ट भाषा का प्रयोग किया गया है|ऐसे लोग मूलतः कायर तथा मानसिक रूप से दिवालिया होते हैं तथा इनलोगों से मानवता और भ्रातृत्व को खतरा है |
RSS ek madarchod kisim ki aantankvadi sanghthon hai aur is me Congress samait sab rajnetic dal jinmay brahmano ka varcchassav hai,sab shamil hai...ye kehna bilkool galat Nahi hoga ki congress hi RSS mi mummy hai..mannu samriti dwara racchit jati varn vyavastha ye logh aadhunik bharat mai laagu ker chukkay hai...mushkil inko padday-likhay iesh shoshit samaj say hai Jo aeb inlay haath say nikaal chooka hai...inka aur inkay chamcho ka(OBC verg)aabadi mai 38% hi ka share hai vo bhi tab jab evm say inn logo ne voting gaddbaddi ker jeet haashil ki.ueshi liye inko CAA ka sahara Lena PDA...taaki Babar viddesho say Israeli yahoodi yaha laaye ja sakay..gerr kanooni roop say tow ye logh chitpawan Brahman apnay sottailay yahoodi bhaiyo ko himachal Pradesh mai jameen day chookay hai...koi Indian vaha ja bhi Nahi sakta...inn logo ko basanay Kay liye jameen chahiye factories chahiye labour chahiye makaan chahiye...vo sab cheez Muslim Sikh aur dalit logo say chin inko di jaigee RSS apne harami Manny maharaj Jo peeta Brahma dwara poori saraswati Kay blatakaar say paisha hua tha...kisi RSS Kay bhadway ko mere say saboot chahiye vo mai dikha sakta hu...RSS sirff hinduo(obc verg) ka use ker rahi hai na usko Ram mandir banana hai aur na hi gaaye ko Rastriya pashu...inko paisha chahiye vo chahay gaaye katwa ker aaye ya apne deshbhagat fozzi merwa ker..inko ferq Nahi pdta ye apni rash mai aanay waalay hemant karkaray kaisay officer ko marwa bi saktay hai....
ReplyDeletemitro yahan muahjori aur apshabad karney se kya lab.. Isey na bal aur na akal sabit hogi.. Sangh ne jo karna tha kar diya aur kar raha hai.. Ab woh chaey Article 370 ho, CAA, Ram Mandir ya Delhi mein samajik rajsatta.
ReplyDeleteWoh ek unstoppable undefeatable aur unimagineable energy source hai..
RSS I Atngwadi sanghatan hai
ReplyDeleteVery true
ReplyDeleteRSS is terrorist organizations of India
ReplyDeleteजरूर हि कोई बाबर की औलाद ने ये मनगढ़ंत कहानी लिखी है
ReplyDeleteशुरू से आज तक ये गुलामी के ही पैदाइश है आरएसएस, पहले अंग्रेजो के साथ और अब कारपोरेट घराने के साथ
ReplyDeleteआज से आठसौ साल पहले तथाकथित हिन्दुओं ने यानि ब्राह्मणों द्वारा बौद्ध एवं जैन लोगों को भारत से खदेड़ा। बौद्ध तो नेपाल के रास्ते एशिया की तरफ भाग गये नतीजा उन्होंने वहां अहिंसा की खुशबू फैलाई और पूरा-पूरा एशिया बौद्ध हो गया, जैन मुनि न तो रात में विचरण कर सकते थे न कोई सवारी पर बैठ कर चल सकते थे सो कुट पिट कर यहीं रह गये नतीजा आज आपके सामने है जो जैन धर्म चन्द्र गुप्त मौर्य के समय पूरे भारत में फैला था आज़ सिमट कर मुठ्ठी भर रह गया। और फिर हुआ तांडव उन हिन्दू पंडितों द्वारा तिरुपति बालाजी मंदिर जैन मंदिर, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर,साउथ में महालक्ष्मी मंदिर,पुरी का जगन्नाथ मंदिर ऐसे लगभग दक्षिण में सैकड़ों मंदिर हैं जिन पर हिन्दू पंडितों ने तत्तकालीन राजाओं से मिल कर उन जैन मंदिरों को हिन्दू देवी-देवताओं के नाम पर बदल दिया। महाराष्ट्र में अजंता एलोरा गुफाएं जो केवल जैन और बौद्ध दर्शन को दर्शाती हैं वहां पर धीरे धीरे हिंदू पंडित हिन्दू देवी-देवताओं को पधराने की कोशिश में लगे हैं। एक ताजा उदाहरण जूनागढ़ में गिरनार पर्वत जो पुराना जैन तीर्थ स्थल है वहां पर विगत बीस पच्चीस सालों से एक सम्प्रदाय दत्तात्रेय भगवान के नाम पर वहां के पांच पर्वतों में चार पर्वतों पर कब्जा जबरन कर लिया है वहां किसी मुस्लिम लोगों ने कब्जा नहीं किया है। वहां अब जैन लोग भी अपने तीर्थ स्थल पर जाने को परेशान होते हैं।
ReplyDeleteआज़ पूरे भारत में कहीं भी जमीन की खुदाई में जो भी पुराने मूर्तियों के अवशेष मिलते हैं वह या तो जैन मूर्तियां निकलती हैं या बौद्ध मूर्तियां निकलती हैं। और यह तथाकथित लोग अपने को पुराना सनातनी मानते हैं।यह है हमारी संस्कृति और सभ्यता तथा परम्परा।
Maderchodo baba saheb apne hak ke liye lde the tum barahmano aur thakuro ne bhut glt kaam kiya manusamriti pad lo ek bar mahilayo aur dalito ke liye kutto ke pillo ab wo griv wale dalit nhi h jo dab jaye ma chod denge
ReplyDeleteHindu desh bne pr sab ko sath leker chlo madarchodo kam se kam dalito ko leker chlo hr dalit ram ji ko gali nhi deta jo deta h wo kutta h pr apne ko b badalo madarchodo
ReplyDeleteRss gaddar tha gaddar he or gaddar hi rheda
ReplyDeleteसंघ है तभी भारत में हिन्दुओं का दबदबा है वरना ये गांधी परीवार तो कबसे देश को बेच चुका था! इसका उदाहरण ताशकंद समझोते के समय डाॅ. राजेन्द्र प्रशाद की मृत्यु पर डला हुआ परदा है!
ReplyDeleteजब तक देश में r.s.s. रहेगा हिंदुओं को जीना मुश्किल रहेगा देश का सबसे घातक है कोई देश में तो आ रहा है इसमें बैन लगना चाहिए
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